रायपुर। छत्तीसगढ़ में पहली बार एक लुटेरों के झुंड ने राखी बांधकर अपने घर लौट रहीं दो बहनों को सामूहिक दुष्कर्म (Gang rape) कर दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया, शायद इस तरह की पहली घटना है। अभी इस मामले में 10 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इनकी संख्या और भी हो सकती है। जिनकी तलाश में पुलिस अभी जुटी हैं। हैरानी वाली बात है कि यह घटना राजधानी रायपुर से महज 15 किलोमीटर दूर थाना मंदिर हसौद में हुई। दरिंदों के चंगुल से छूटन के बाद किसी तरह जान बचाकर दोनों बहनें 31 अगस्त की रात 1 बजे थाने में पहुंचीं। जहां उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
- पीडि़त दोनों बहनों ने रिपोर्ट दर्ज कराया की वह एक लड़के एवं छोटी बहन के साथ राखी त्यौहार मनाकर स्कूटी में सवार होकर भानसोज के रास्ते वापस रायपुर आ रहे थे। तभी अचानक एक मोटर सायकल में तीन लोग सवार थे, उन लोगों ने हाथ देकर इन लोगों को रोक लिया। डरा धमका कर प्रार्थी पक्ष के पास रखे मोबाईल और पैसे को लूट लिया। फिर पीछे से क़रीब चार मोटरसाइकिल में और लड़के आ गये। प्रार्थिया एवं उसकी बहन को जान से मारने की धमकी देकर एक मोटरसायकल में बैठाकर सड़क से कुछ दूर ले जाकर लड़कों ने उनके साथ दुष्कर्म किया।
घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने एडिशनल एसपी नीरज चन्द्राकर, चंचल तिवारी, डी एसपी अविनाश मिश्रा, दिनेश सिन्हा ललिता मेहर एवं ज़िले के क़रीब 6 थानेदारों को तुरंत घटनास्थल जाकर आरोपियों की गिरफ़्तारी का निर्देश जारीकर रात में ही स्वयं भी मंदिर हसौद थाना पहुंचे। प्रार्थी पक्ष से बात कर घटना की जानकारी ली। आरोपी अज्ञात थे परंतु प्रार्थिया के बताये अनुसार हुलिये एवं अन्य जानकारी के आधार पर पुलिस की मल्टीपल टीम्स टीम ने रात को रेलवे स्टेशन एवं अन्य अलग अलग जगहों से रात को 3 घंटों में ही 6 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और सुबह तक सभी 10 आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
इन आरोपियों को पुलिस ने किया है गिरफ्तार
पूनम ठाकुर, घनश्याम निषाद, लव तिवारी, नयन साहू, केवल वर्मा उर्फ़ सोनू, देवचरण धीवर, लक्ष्मी ध्रुव, प्रहलाद साहू, कृष्णा साहू, युगल किशोर है। इनमें से 5 आरोपी पिपरहट्टा गांव के हैं, और शेष आरोपी बोरा, उमरिया और टेकारी गांव के हैं।
मुख्य आरोपी हत्या और रेपिस्ट का कुख्यात अपराधी
मुख्य आरोपी पूनम ठाकुर आदतन अपराधी है। इसके विरुद्ध थाना मंदिर हसौद और आरंग में कुल 5 मामले पंजीबद्ध हैवर्ष 2019 मे हत्या के मामले में रायपुर पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेजा था। वर्ष 2022 में बलात्कार के मामले में रायपुर पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेजा था जो 17 अगस्त 2023 को जमानत पर रिहा हुवा है जेल से छूटने के कुछ ही दिन के अंदर फिर से घिनौना कृत्य किया है। उपरोक्त आरोपियों से लूटा गया मोबाइल भी जप्त किया गया है। पूछताछ जारी है।
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