रायपुर। सांसद बृजमोहन अग्रवाल के विधायकी से इस्तीफा देने के बाद रायपुर दक्षिण विधानसभा (Raipur South Assembly) सीट खाली हो चुकी थी। इसी तारत्मय में इस सीट पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। अब इस सीट के लिए छह माह में चुनाव कराए जाएंगे। इस सीट से भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल विधायक चुने गए थे। उन्होंने 17 जून को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
रायपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को सौंपा था। माना जा रहा है कि, रायपुर दक्षिण सीट पर उप चुनाव झारखंड और महाराष्ट्र में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ हो सकते हैं।
सीट खाली होते ही दावेदारों के भी नाम सामने आए
ऐसे में अभी से ही बड़ी संख्या में बीजेपी-कांग्रेस के नेता अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ बनने के बाद से ही रायपुर दक्षिण में बृजमोहन अग्रवाल का एकछत्र राज रहा है। उनके रहते यहां से किसी और को कभी भाजपा से टिकट मिला ही नहीं। पहली बार उनके सांसद बनने के कारण अब दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता और सांसद सुनील सोनी के नाम की चर्चा है। माना तो यह भी जा रहा है कि इस सीट से किसी को टिकट देने से पहले पार्टी बृजमोहन अग्रवाल से भी उनकी मंशा पूछ सकती है। इसके बाद उनकी पसंद के प्रत्याशी को मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं भाजपा के कुछ नेताओं के संघ पदाधिकारियों से भी मिलने की खबर है। नगर निगम स्तर के नेता लगातार संपर्क साध रहे हैं।
कांग्रेस में भी दावेदारों की लगी लाइन
बीजेपी की तरह कांग्रेस में भी दावेदारों की लिस्ट लंबी है। ये सीट कांग्रेस के लिए भी खास है, क्योंकि पहली बार बृजमोहन बतौर प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं होंगे। बृजमोहन जन नेता माने जाते हैं। सियासी जानकर बताते हैं कि इस सीट पर बड़ी संख्या में लोग बृजमोहन के चेहरे पर वोट करते हैं। बृजमोहन के दिल्ली जाने से कांग्रेस के लिए ये सीट थोड़ी आसान हो जाएगी। इस बार कांग्रेस से हर नेता मैदान पर उतरने की तैयारी करेगा।