रायपुर। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार (previous congress government) में भ्रष्टाचार का बोलबाला था। हालात तो इतने बदतर हो गए थे, राजनीतिक फंडिंग के लिए अधिकारियों का एक सिंडिंकेट और दलालों का गिरोह सक्रिय था। जिनकी पहुंची सीएम हाउस तक थी। महादेव एप, कोयला लेवी जैस घोटाले के बीच आरटीओ से भी हर महीने करोड़ों रुपए की उगाही की जा रही थी। पैसे की बाढ़ में न जाने आज परिवहन में ऐसे अधिकारी और आरटीओ के इंस्पेक्टर हैं,जिन्होंने करोड़ों रुपए की अकूत संपत्ति बना ली है। इन सबके बीच एक चौंकाने वाला नाम इन दिनों चर्चा में है, RTO विभाग का महेंद्र कुलदीप (Mahendra Kuldeep of RTO department) जो जमकर सुर्खिया बटोर रहा है। लेकिन अभी इस इंस्पेक्टर की संपत्ति की जांच आईटी-ईडी से नहीं कर पाई है। लेकिन इसकी काली कमाई की शिकायत के लिए EOW एंटी करप्शन में आवेदन देने की तैयारी में कुछ आरटीआई कार्यकर्ता हैं।
- बहरहाल, परिवहन विभाग का निरीक्षक महेंद्र कुलदीप जमकर सुर्खियां बटोर रहे हैं महेंद्र कुलदीप इन दिनों रायपुर में पदस्थ हैं और पिछली कांग्रेस सरकार में जमकर भ्रष्टाचार किया महेंद्र कुलदीप आरटीओ में भ्रष्टाचार की एक सफेद मूरत बन चुके हैं राजधानी रायपुर का आरटीओ पूरे प्रदेश का जंक्शन बन चुका है प्रदेश भर की गाड़ियां राजधानी से गुजर कर जाती है और महेंद्र कुलदीप द्वारा गाड़ियों से अवैध रूप से वसूली किया जाता है रायपुर आरटीओ द्वारा रायपुर के तमाम जगहों पर बैरिकेड लगाकर और रात दिन वसूली किया जा रहा है ।
वसूली से परेशान ट्रांसपोर्ट इसका विरोध समय-समय पर करते रहे पिछली कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार का बडा आयाम कायम किया गया जिसके कारण पिछली कांग्रेस सरकार की विदाई हो गई लेकिन जनता ने मोदी की गारंटी विष्णु देव की सुशासन वाली सरकार को चुन लिया है जनता का यह मानना था कि बीजेपी सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार कम हो जाएगा लेकिन आरटीओ में अभी भी धड़ल्ले से अवैध उसूली की जा रही है ट्रांसपोर्टरों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है ट्रांसपोर्टरों ने इसकी शिकायत किया है और कहा है अगर अवैधूली नहीं रोकी गई तो इस पूरे मामले पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा..।
परिवहन निरीक्षक महेंद्र कुलदीप के पास बेनामी संपत्ति
पिछली कांग्रेस सरकार में महेंद्र कुलदीप परिवहन आयुक्त का खासम खास था सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर का दो नंबर की वसूली लगभग 10 करोड़ के आसपास थी और एक नंबर का राजस्व लगभग 2करोड़ के आसपास था 10 करोड़ की अवैध वसूली में महेंद्र कुलदीप का एक बड़ा हिस्सा लगता था क्योंकि भ्रष्टाचार की राशि किस तरह से वसूली जाए और उसको किस तरह से दो नंबर के पैसे को नेताओं और अधिकारियों के पास पहुंचा जाता था इसका मास्टरमाइंड महेंद्र कुलदीप ही था महेंद्र कुलदीप इन दिनों करोड़ों की संपत्ति के मालिक हो चुके हैं और इनके तेवर सातवें आसमान पर है।
महेंद्र कुलदीप भ्रष्टाचार की काली कमाई से रायपुर में कई मकान और लग्जरी गाड़ियां कई बड़े प्लांट भी खरीदे है..।
गौरतब हो की परिवहन विभाग मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास है इस विभाग में अगर ऐसे ही धड़ल्ले से अवैध वसूली होती रहेगी तो निश्चित तौर पर आम चुनाव में इसका बुरा असर देखने को मिल सकता है..।
आरटीआई कार्यकर्ताओं ने EOW एंटी करप्शन ने शिकायत करने का मूड बनाया
पूरे प्रदेश में परिवहन विभाग की अवैध वसूली जमकर हो रही है पाटेकोहरा, सरायपाली, जगदलपुर,रायगढ़, अंबिकापुर, धनवार, रेगारपाली और प्रदेश के तमाम जिलों पर हो रही है अगर इस तरह से परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार होते रहेगा तो मोदी की गारंटी और विष्णु देव के सुशासन वाली सरकार पूरी तरह से असफल नजर आ रही है क्योंकि जिस तरह से आरटीओ विभाग में अधिकारियों के हौसले बुलंद हैं इससे साफ जाहिर हो रहा है कांग्रेस और बीजेपी में बहुत अंतर नहीं है।।
कैसे करता आरटीओ विभाग अवैध वसूली पढ़े अगले एपिसोड में